Saturday, February 18, 2012

नेता की अभिलाषा :
जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,
अपनों को बाँटूंगा दौलत, मै भी धनी हो जाऊँगा!
काम-धाम कुछ नही करूँगा, मौज-मजे औरएश करूँगा,
एक मुझे तू माईक लादे, भाषण खूब सुनाऊँगा!
जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,
कलफ लगे कपडे पहनूँगा, कई-कई कारें रखूँगा,
प्लेन का तू टिक़िट दिलवा दे, विदेश सैर कर आऊँगा!
जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,
अतिक्रमण कर घर बाधूँगा, विदेशों मे खाते खोलूँगा,
एक बार मन्त्री बनवा दे, जीवन भर सुख भोगूँगा!!
जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,
BY :- Lehar Jain.

No comments: