Saturday, May 19, 2012

IPL EXPOSED- MUST READ

आज सुब्रहमण्यम स्वामी ने IPL के बारे मे क्ई अहम खुलासे किये है, स्वामी ने बताया कि IPL की आड मे काले धन को सफेद करने का बहुत बडा खेल चल रहाहै। IPL मे हवाला के जरिये अरबो-खरबो रुपये इधर उधर किये जा रहे है ! दुब्ई,मारिशस से लेकर यूरोप के वो देश जो क्रिकेट नही खेलते है ,वे भी IPL मे करोडोडालर के निवेश कर रहे है और सबसे ज्यादा पैसा अरब देशो की क्ई बेनामी कँपनियो का लगा है ना तो इनके मालिको का पता है और ना पैसे के स्त्रोत का,कितना पैसा IPL की टीमो मे लगा है और इनके असली मालिक कौन है ये भी साफ नही है . स्वामी ने कहा कि कुछ फिल्मी सितारो और बिजनसमैन्स को इनका मालिक बताया जा रहा है जबकि इनकेअसली मालिक अरब शेख और विदेशी बैँको मे पैसा रखने वाले भारत के कुछ राजनेता है। इसके अलावा स्वामी ने ये भी बताया कि IPL पार्टियो की आड मे सेक्स का कारोबार भी चल रहा है जिनमे क्ई राजनेता, खिलाडी, फिल्म स्टार्स और हाईप्रोफाईल लोगो शामिल है। इशारो इशारो मे स्वामी ने साफ कर दिया की इस पूरे खेलके पीछे शरद पवार,विलासराव देशमुख,काँग्रेस साँसद राजीव शुक्ला और विजय माल्या है। जिनमे से राजीव शुक्ला और विजय माल्या काँग्रेसी दामाद रार्बट वाड्रा के इशारे पर काम कर रहे है !!

Tuesday, May 15, 2012

यह पढ़ाया जा रहा है आपके बच्चों को.....!!!!





1. वैदिक काल में विशिष्ट अतिथियों के लिए गोमांस का परोसा जाना सम्मान सूचक माना जाता था। (कक्षा 6-प्राचीन भारत, पृष्ठ 35, लेखिका-रोमिला थापर)


2.महमूद गजनवी ने मूर्तियों को तोड़ा और इससे वह धार्मिक नेता बन गया।
(कक्षा 7-मध्यकालीन भारत, पृष्ठ 28)

3.1857 का स्वतंत्रता संग्राम एक सैनिक विद्रोह था।
(कक्षा 8-सामाजिक विज्ञान भाग-1,

4.महावीर 12 वर्षों तक जहां-तहां भटकते रहे। 12 वर्ष की लम्बी यात्रा के दौरान उन्होंने एक बार भी अपने वस्त्र नहीं बदले। 42 वर्ष की आयु में उन्होंने वस्त्र का एकदम त्याग कर दिया।
(कक्षा 11, प्राचीन भारत, पृष्ठ 101, लेखक-रामशरण शर्मा)

5.तीर्थंकर, जो अधिकतर मध्य गंगा के मैदान में उत्पन्न हुए और जिन्होंने बिहार में निर्वाण प्राप्त किया, की मिथक कथा जैन सम्प्रदाय की प्राचीनता सिद्ध करने के लिए गढ़ ली गई।
(कक्षा 11-प्राचीन भारत, पृष्ठ 101, लेखक-रामशरण शर्मा)

6.जाटों ने, गरीब हो या धनी, जागीरदार हो या किसान, हिन्दू हो या मुसलमान, सबको लूटा। (कक्षा 12 - आधुनिक भारत, पृष्ठ 18-19, विपिन चन्द्र)

7.रणजीत सिंह अपने सिंहासन से उतरकर मुसलमान फकीरों के पैरों की धूल अपनी लम्बी सफेद दाढ़ी से झाड़ता था। (कक्षा 12 -पृष्ठ 20, विपिन चन्द्र)

8.आर्य समाज ने हिन्दुओं, मुसलमानों, पारसियों, सिखों और ईसाइयों के बीच पनप रही राष्ट्रीय एकता को भंग करने का प्रयास किया। (कक्षा 12-आधुनिक भारत, पृष्ठ 183, लेखक-विपिन चन्द्र)

9.तिलक, अरविन्द घोष, विपिनचन्द्र पाल और लाला लाजपतराय जैसे नेता
उग्रवादी तथा आतंकवादी थे
(कक्षा 12-आधुनिक भारत-विपिन चन्द्र, पृष्ठ 208)

10.400 वर्ष ईसा पूर्व अयोध्या का कोई अस्तित्व नहीं था।
महाभारत और रामायण कल्पित महाकाव्य हैं।
(कक्षा 11, पृष्ठ 107, मध्यकालीन इतिहास, आर.एस. शर्मा)

11.वीर पृथ्वीराज चौहान मैदान छोड़कर भाग गया और गद्दार जयचन्द गोरी के खिलाफ
युद्धभूमि में लड़ते हुए मारा गया।
(कक्षा 11, मध्यकालीन भारत, प्रो. सतीश चन्द्र)

12.औरंगजेब जिन्दा पीर थे।
(मध्यकालीन भारत, पृष्ठ 316, लेखक-प्रो. सतीश चन्द्र)

13.राम और कृष्ण का कोई अस्तित्व ही नहीं था। वे केवल काल्पनिक कहानियां हैं।
(मध्यकालीन भारत, पृष्ठ 245, रोमिला थापर)

(ऐसी और भी बहुत सी आपत्तिजनक बाते आपको एन.सी.आर.टी. की किताबों में पढ़ने को मिल जायेंगी) इन किताबों में जो छापा जा रहा हैं उनमें रोमिला थापर जैसी लेखको ने मुसलमानों द्वारा धर्म के नाम पर काफ़िर हिन्दुओं के ऊपर किये गये भयानक अत्याचारों को गायब कर दिया है. नकली धर्मनिरपेक्षतावादी नेताओं की शह पर झूठा इतिहास लिखकर एक समुदाय की हिंसक मानसिकता पर जानबूझकर पर्दा ड़ाला जा रहा है. इन भयानक अत्याचारों को सदियों से चली आ रही गंगा जमुनी संस्कृति, अनेकता में एकता और धार्मिक सहिष्णुता बताकर नौजवान पीढ़ी को धोखा दिया जा रहा है. उन्हें अंधकार में रखा जा रहा है. भविष्य में इसका परिणाम बहुत खतरनाक होगा क्योकि नयी पीढ़ी ऐसे मुसलमानों की मानसिकता न जानने के कारण उनसे असावधान रहेगी और खतरे में पड़ जायेगी. सोचने का विषय है कि आखिर किसके दबाव में सत्य को छिपाया अथवा तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है...??

Monday, May 14, 2012

गुरुत्वाकर्षण की खोज मह्रिषी भाष्कराचार्य द्वारा प्रमाण सहित




हम सभी विद्यालयों में पढ़ते हैं की न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण की खोज की थी, पर आप को ये जान कर कैसा लगेगा कि गुरुत्वाकर्षण का नियम सर्वप्रथम न्यूटन ने नहीं बल्कि एक हिन्दू ने खोजा था?
इसिलिए हमें हिन्दू होने पर गर्व है!
जिस समय न्यूटन के पूर्वज जंगली लोग थे ,उस समय मह्रिषी भाष्कराचार्य ने पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पर एक पूरा ग्रन्थ रच डाला था ।
भास्कराचार्य सिद्धान्त की बात कहते हैं कि वस्तुओं की शक्ति बड़ी विचित्र है।
"मरुच्लो भूरचला स्वभावतो यतो,विचित्रावतवस्तु शक्त्य:।।"
सिद्धांतशिरोमणि गोलाध्याय - भुवनकोश
आगे कहते हैं-
"आकृष्टिशक्तिश्च मही तया यत् खस्थं,गुरुस्वाभिमुखं स्वशक्तत्या।
आकृष्यते तत्पततीव भाति,समेसमन्तात् क्व पतत्वियं खे।।"
- सिद्धांतशिरोमणि गोलाध्याय - भुवनकोश
अर्थात् पृथ्वी में आकर्षण शक्ति है। पृथ्वी अपनी आकर्षण शक्ति से भारी पदार्थों को अपनी ओर खींचती है और आकर्षण के कारण वह जमीन पर गिरते हैं। पर जब आकाश में समान ताकत चारों ओर से लगे, तो कोई कैसे गिरे? अर्थात् आकाश में ग्रह निरावलम्ब रहते हैं क्योंकि विविध ग्रहों की गुरुत्व शक्तियाँ संतुलन बनाए रखती हैं।

ऐसे ही अगर यह कहा जाय की विज्ञान के सारे आधारभूत अविष्कार भारत भूमि पर हमारे विशेषज्ञ ऋषि मुनियों द्वारा हुए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी ! सबके प्रमाण भी उपलब्ध हैं !

बाबा रामदेव सच्चे सनातनी है

बाबा रामदेव सच्चे सनातनी है

क्योंकी वो वेद दूत हैं .
क्योंकी स्वयं को ऋषि पुत्र कहलाना पसंद करते हैं 
क्योंकी अकेले उन्होंने ही विदेशी कंपनियों की नींद हराम कर दी है 
क्योंकी स्वर्गीय राजीव जी के साथ मिलकर 400 लाख करोड़ का कालाधन लाने के लिए भारत स्वाभिमान की स्थापना करते हैं
क्योंकी उनके योग कैम्पों में मुसलमान भी योग करते हुए नज़र आते हैं
क्योंकी लाखो लोगो के सामने कहते है की हिन्दू और मुसलमानों के पूर्वज एक ही है
क्योंकी वो अकेले ही है जो लिविंग रेलाशान्शिप व सम्लेंगिकता के मुद्दे पर देश के सभ्रांत वर्ग से भीड़ जाते है औ मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाते हैं
क्योंकी वो ही है जो स्चूलो में वेद पढ़ाने की मांग करते है
क्योंकी वो अकेले है जो स्विस्जेर्लेंड के चोर बैंक जो भारत में चल रहे हैं उनके बारे में आम आदमी को जगह जगह जाकर समजाते हैं
क्योंके वे ही है जो नेहरु खानदान को लाखो लोगो के सामने लूटेरा खानदान कहते हैं
क्योंकी वे ही है जो बड़े नोट के खिलाफ सरकार को कठघरे में खड़ा करते हैं
क्योंकी वे ही है जो सरकार से अग्रेजो के द्वारा बनाये हुए 35 हज़ार कानून को ख़तम करने के लिए कहते हैं जय बाबा रामदेव
क्योंकी वे गंगा माँ की रक्षा के लिए पूज्य स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद जी को समर्थन देने के बनारस पहंच जाते हैं
क्योंकी वे अपने आन्दोलन की शुरुआत धर्म नगरी द्वारका से करते हैं
क्योंकी वे अकेले है जो 70 करोड़ किसानो के लिए आय आयोग की मांग करते हैं
क्योंकी वो हरिद्वार में खाद मुक्त कृषि पर काम कर रहे हैं
क्योंकी वो आदर्श ग्राम निर्माण योजना को जगह जगह चला रहे हैं
क्योंकी वो पाकिस्तान से आये हुए हिन्दू सर्नाथियों के पक्ष में बोलते हैं
क्योंकी वो योग और आयुर्वेद से करोडो लोगो को ठीक कर चुकें है
क्योंकी वो जनता के सामने सरकारी बजट की पोल खोल देते हैं
क्योंकी वो गो माता आधरित कृषि व्यवस्था के पक्षधर हैं
क्योंकी उनकी साथी स्वर्गीय राजीव जी जैसे महापुरुष थे .क्योंकी देविंदर शर्मा ,सुब्रमयम स्वामी ,गुरु मूर्ति , अजित ढोबल,वैदिक जी जिसे देशभक्त उनके साथ काम कर रहे हैं
विशेषताएं तो इतनी है की ये पेज छोटा पड़ जाएगा लेकिन अभी बस इतना ही