Saturday, September 8, 2012

इस देश के नेताओं तुमने कर दिया कमाल

दे दी हमें बर्बादी बिना खडग बिना ढाल,
इस देश के नेताओं तुमने कर दिया कमाल,

जब जब तुम्हे कुर्सी मिली, इंसानियत मर गई ,
खजाने लूटने के लिए, होड़ लग गई,
इस देश की जनता का भी, कुछ तो करो ख्याल,
इस देश के नेताओं तुमने कर दिया कमाल,

मन में है रिश्वत की ललक, तन पे सफेदी,
दिल में भरी है खोट, बस बातों में उम्मीदी ,
इन झूठ के वादों ने किया, देश को कंगाल ,
इस देश के नेताओं तुमने कर दिया कमाल,

वैसे तो बने फिरते है यह, देश के सपूत,
लेकिन इन्हें झुकतें हैं, नरक लोक के यमदूत,
इन सबको वोट दे के, हमें हो रहा मलाल ,
इस देश के नेताओं तुमने कर दिया कमाल,

आखिर कहाँ ले जाओगे तुम, इतना काला धन ,
इस पाप कर्म से कब, उबरे तुम्हारा मन,
यमराज के दरबार में, बरसेगा तुम पे काल ,
इस देश के नेताओं तुमने कर दिया कमाल,

Friday, September 7, 2012

आखिर क्यों??

जब मेरे पास "गीता" थी, तोह यह 14 देशो से चोरी करके यह भोझिल सविंधान क्यों बनाया गया?
जब मेरे पास "हिंदी" जैसी पवित्र और सम्मिध्र भाषा थी तोह यह अंग्रीजी भाषा क्यों थोपी गई?
जब मेरे पास "गुरुकुल प्रणाली" थी तोह यह कॉन्वेंट के नाम पर मुझे क्यों लुटा गया?
जब मेरे पास पूर्वजो की देन यह भगवा था तोह क्यों तिरंगा थमाया गया?
जब मेरे इतिहास में "स्वामी विवेकानंद" जैसे महान विचारशील व्यक्ति थे तोह क्यों "मोहनदास" को महात्मा बनाया गया?
जब मेरे पास "चाणक्य" की राजनीति थी तोह क्यों इन कांग्रेसियों ने "आरक्षण" की राजनीति कि?
जब मेरे देश को सम्पूर्ण वर्षा का वरदान था तोह यह फर्टिलाइजर के नाम पर मेरी भूमि को क्यों खराब किया गया?
जब मेरे पास भगत सिंह और उधम सिंह का परिवार था तोह क्यों नकली गांधी - नेहरु परिवार को सत्ता में चुना गया?
जब मेरे पास विश्व की सबसे जाएदा नदियों थी तोह क्यों उसको गंदे नाले में तब्दील किया गया?
जब मेरे पास "रानी झासी" की सच्ची कहानी थी तोह क्यों बचपन में "सिंड्रेला" की कहानी पढ़ाई गई?
जब मैंने अपनी सरकार को टैक्स दिया तोह उसने मुझसे बिना पूछे अनाथ-आश्रम, विधवा-आश्रम, विद्ढ़-आश्रम के जमीनों को विदेशी कंपनी को दिया गया?
जब मैंने कोयला था तोह क्यों उसको लूटके जेरो लोस का नाम दिया गया?

बस येही कुछ बातें है जो परेशान करती है!
अगर ऐसा लूट ना होता तोह आज हम दुनिया में राज कर रहे होते!
कुछ लोग इसे आने वाले कल का सपना मानते है और मैं इसे होने वाले कल का सच!
येही वजह है की मैं स्वामी रामदेव और नरेंद्र मोदी का समर्थन करता हूँ क्युकी वोह सपनो को सच करते है!

-----(अखिलेश शर्मा ) 

किसानों कि लाश पर बने हैं संसद भवन और राष्ट्रपति भवन...

मालचा गाँव पंजाब राज्य का इलाका था बाद में हरियाणा बना तो ये गाँव हरियाणा के अधीन आ गया | इस गाँव के किसानों से अंग्रेजों ने मारपीट कर, डरा-धमका कर जमीन छिनी थी | किसान जमीन देने को तैयार नहीं थे, अंग्रेज सरकार ने जबरदस्ती किसानों से ये जमीने छिनी थी | भूमि अधिग्रहण कानून के हिसाब से नोटिस दिया और सन 1912 में मालचा गाँव के किसानों से तैंतीस (33 ) हजार बीघा जमीन छीन ली थी सरकार ने | किसानों ने जब विरोध किया तो अंग्रेज सरकार ने वैसे ही गोली चलायी जैसे आज चलती है और उस गोलीबारी में 33 किसान शहीद हुए थे, उनकी लाश पर अंग्रेज सरकार ने इस जमीन को भारत के संसद भवन और राष्ट्रपति भवन में बदल दिया और मुझे बहुत अफ़सोस है ये कहते हुए कि जिन किसानों से ये जमीने छिनी गयी उनको आज 100 साल बाद (1912 -2011) और आजादी के 64 साल बाद तक एक रूपये का मुआवजा नहीं मिल पाया है और उन किसानों के परिजन ड

िस्ट्रिक्ट कोर्ट से हाईकोर्ट और हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक चक्कर लगाते लगाते थक गए हैं और वो कहते हैं कि "जैसे हम अंग्रेजों के सरकार का चक्कर लगाते थे, आजादी के बाद हम हमारी सरकार के वैसे ही चक्कर लगा रहे हैं हम कैसे कहें कि देश आजाद हो गया है, कैसे कहें कि देश में स्वाधीनता आ गयी है"| वो कहते हैं कि "हमारे पुरखे लड़ रहे थे अंग्रेजी सरकार से मुआवजे के लिए और वो मर गए और अब हम लड़ रहे हैं भारत सरकार से कि हमें उचित मुआवजा मिले, हो सकता है कि हम भी मारे जाएँ और हमारी आने वाली पीढ़ी देखिये कब तक लडती है" | हमारे देश का राष्ट्रपति भवन, संसद भवन जो सबसे सम्मान का स्थान है इस देश में वो इसी भूमि अधिग्रहण कानून के अत्याचार का प्रमाण है, शोषण का प्रमाण है | किसानों से जबरदस्ती छीन कर बनाया गया भवन है ये इसलिए मुझे नहीं लगता कि इस संसद भवन या राष्ट्रपति भवन से हमारे देश के लोगों के लिए कोई सद्कार्य हो सकता है, कोई शुभ कार्य हो सकता है, कोई अच्छा कार्य हो सकता है | आजादी के 64 सालों में ऐसा कोई नमूना तो मिला नहीं मुझे |
-----राजीव दीक्षित

Thursday, September 6, 2012

48 लाख करोड़ का thorium घोटाला


राजीव भाई ने पहेले ही थोरियम घोटाले की तरफ इशारा किया था, विषय था "राम सेतु" - कांग्रेस और अमेरिकेन अगेंट मनमोहन 'कोयला' सिंह आखिर राम सेतु को तोडना क्यों चाहते है...आज लोग 48 लाख करोड़ के thorium घोटाले का जिक्र कर रहे है जिसके बारे में रा
जीव् भाई ने पहेले ही कह दिया था.
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श्री राजीव भाई कहते है जब.1998-99 भारत ने परमाणु बोम्ब ब्लास्ट किया था
तो अमेरिका ने भारत को यूरेनियम(परमाणु बंब बनाने का तत्व ) देना बंद कर दिया था, अमेरिका ने भारत की कंपनियों के ऊपर पाबंधिया लगाई ! क्यूंकि अम्रीका नहीं चाहता कोई दूसरा देश उसकी तरह परमाणु बंब बनाये !!

फिर अचानक कुछ सालो बाद अमेरिका के दिल में इतनी दया कैसे ई के भारत को यूरेनियम देना है ? ????

असल बात कुछ और है और वो बात बहुत गहरी है | भारत के वैज्ञानिक पिछले कई वर्षो से ये खोजने में लगे हुए है के यूरेनियम के अतिरिक्त और कोन सा हमारे पास रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे हम बोम्ब बना सके या बिजली भी बना सके | Atomic Energy Commission के 3000 वैज्ञानिक पिछले 3० सालो से इसी काम में लगे हुए है |

उनको पता चला के भारत के तमिलनाडु , केरल का जो समुद्री एरिया है उहाँ पर बहुत बड़ी मात्रा में ऐसा रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे अगले 150 साल तक बिजली बनायीं जा सकती है और दुसरे देशो से भीख मांगने की भी जरुरत नही होगी | डॉ कालाम का कहना था के 2 लाख Mega-watt बिजली हर घंटे अगले १५० साल तक बना सकते है |

अब अमेरिका की नज़र हमारे उस इंधन पे है और वो चाहता है भारत उस इंधन को अमेरिका को दे और बदले में अमेरिका थोडा यूरेनियम हमको दे | इस खेल को पूरा करने के लिए अमेरिका श्री राम सेतु को तोड़ना चाहते है उनके एजेंट मनमोहन सिंह के जरिये क्योंकि वैज्ञानिको ने पता लगाया है के श्री राम सेतु के निचे ही सबसे जादा रेडियो एक्टिव इंधन है |

मनमोहन सिंह अमेरिकन एजेंट है

जिसने करुणानिधि और T.R.Balu के साथ मिलकर ये प्लान बनाया है

भगवान श्री राम की सबसे बड़ी निशानी श्री राम सेतु को तोड़ा जाए और कचरा अमेरिका को बेचा जाये ....

ये कचरा नही है भारतीय साइंटिस्ट का कहना है | की इस सेतु ( धनुस कोटि ) के टली मे 7 तरह के रेडियो एक्टिव एलीमेंट है | जो सिर्फ़ भारत में ही मिले है

जिससे निकाल कर 150 साल तक बिजली और परमाणु बम्ब बनाये जा सकते हैं । और ये बात भारत के सबसे बड़े वैज्ञानिक डॉ ऐ . पी . जे अबदुल कलाम जी ने कही थी ।

मित्रो अमेरिका की नजर इस रेडियो एक्टिव मैटिरियल पर लगी ।ये लोग इसे अमेरिका को बेचना चाहते हैं ,

ये इसे तोड़ने मे एक बार असफल हो चुके हैं ये दुबारा नया प्लान बना रहे है..उसे युनेस्को जैसी बाहरी संस्था के हवाले न किया जाए...

प्लीज़ भारत बचाने के लिए आगे आए...

आग की तरह video को हर ग्रुप और मित्रो की wall शेयर करे ।

जय जय श्री राम ।

जिन लोगो ऊपर लिखे पर विशवास न हो वो सिर्फ़ एक बार ये video देखें ।

विडियो लिंक :-
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must watch

कालाधन कैसे मिलेगा …


1.हवाला,घोटाला व भ्रष्टाचार आदि,
 2.दोषपूर्ण कर प्रणाली,एफ.डी.आई,जल,जंगल, जमीन,भू-सम्पदा व माइनिंग आदि के `क्षेत्रों में गलत आर्थिक नीतियां,
 3. बैंकिंग सिस्टम में गोपनीयता के कानून,
 4. बड़ी करेन्सी व गोल्ड,
 5. ड्र्ग ट्रेफिकिंग व ह्यूमेन ट्रेफिकिंग ,क्राइम व नेक्सलिज्म आदि के खिलाफ कठोर दण्ड व कार्यवाई नहीं होना।
 ये पांच कारण हैं जिनसे कालाधन जमा होता है। इन पांचों के खिलाफ सख्त कार्यवाई होने से एवं केन्द्र सरकार द्वारा देश हित में अन्तर्राष्ट्रीय सन्धियाँ करने से पहले का भी जमा कालाधन देश को वापस मिल जायेगा तथा आगे भी कालाधन जमा होना बंद हो जायेगा।